मालदीप राष्ट्रपति, विदेश मंत्रालय, और पर्यटन विभाग की वेबसाइटें (website) शनिवार रात को डाउन हो गई। राष्ट्रपति, कार्यालय की वेबसाइटें में वर्तमान में तकनीकी का समाधान कर रही हैं।
मालदीप राष्ट्रपति, विदेश मंत्रालय और पर्यटन विभाग की वेबसाइटें काफी समय तक काम नहीं कर रही थी।
मालदीप के राष्ट्रपति की वेबसाइट शनिवार को ठप हो गई।, इसके अलावा मालदीप मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट के काम नहीं करने की वजह से काम ठप हो गया ,अभी तक इस तकनीकी का कोई समाधान नहीं मिला है।
मालदीप में ज्यादातर सरकारी वेबसाइट है,शनिवार को डाउन हो गई कोशिश करने पर पाया गया, कि मालदीप राष्ट्रपति,विदेश मंत्रालय और पर्यटन विभाग की सरकारी वेबसाइटें डाउन हो गई है।
सरकार की वेबसाइट में डाउन होने की आशंका मालदीप के कई अफसर ,मंत्री और दूसरे भारतीय पर जता रहे हैं वहीं मालदीप सरकार ने भारत के रिश्ते को बिगड़ता देखकर फटकार लगाया है।
अस्थायी तौर पर मालदीप की शीर्ष सरकारी वेबसाइटें अब फिर से काम कर रही हैं,जैसे ही सरकारी वेबसाइटें को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा, वैसे मालदीप के राष्ट्रपति ने कार्यालय के आधिकारिक वेबसाइटों में अप्रत्याशित व्यवधान को स्वीकार किया । और ट्विटर पर पोस्ट करके जानकारी दी।
इसके अलावा इसमें उन्होंने कहा,कि राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र और अन्य संबंधित समस्याएं इस मुद्दे को हल करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करें।
राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट वर्तमान में तकनीकी problem का समाधान कर रही हैं। एनसीईआरटी और दूसरी अन्य संबंधी संस्थाएं इसे शीघ्रता से हल करने के लिए कोशिश कर रही हैं।
मालदीव में ज्यादातर सरकारी वेबसाइटें डाउन होने के बाद शनिवार रात को यह खबर सामने आई है। जिनको सुधारने के लिए एक्सपर्ट को काफी दिक्कतें का सामना करना पड़ा है।
वहीं नरेंद्र मोदी जी की लक्षद्वीप यात्रा पर मालदीप से टिप्पणियां आ रही हैं ।जिनके तहत देश की पूर्व अवसर फराह फैजल ने अपने राष्ट्रपति मुइज्जू और विदेश मंत्री मूसा जमीर से बात करके कहा है।
उन्होंने बताया है कि मंत्री मूसा जमीर को अपने अधिकारियों को कूटनीति सीखने की जरूरत है कुछ सरकारी अधिकारियों को हमारे सबसे बड़े सहयोगियों ने पेशेवर को देखते हुए। दुखद और शर्मनाक आरोप लगाए हैं।
क्या है मोदी जी की लक्षद्वीप यात्रा?
फराह फैजल ने अपने एक बयान में लिखा है, कि भारतीय प्रधानमंत्री ने अपने देश के लक्षद्वीप का दौरा किया है, वहां उन्होंने मंत्रियों के साथ तस्वीरें खिंचाई। और मंत्रियों को बयान देने की जरूरत क्या है, यह समझ से बाहर है हम किसी देश के प्रधानमंत्री, उसके अपने ही देश के भीतर के दौरे पर प्रतिक्रिया देकर क्या बताना चाहते हैं,देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इस पर सोचना चाहिए।
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